
Shared Hosting में कौन-कौन सी Backend Technologies को Support किया जाता है? – हिंदी में पूरी जानकारी
Shared Hosting में कौन-कौन सी Backend Technologies को Support किया जाता है? – हिंदी में पूरी जानकारी
अगर आप शेयर होस्टिंग (Shared Hosting) इस्तेमाल कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, तो यह जानना बहुत जरूरी है कि उसमें कौन-कौन सी backend technologies को सपोर्ट किया जाता है। Backend technologies वो होती हैं जो वेबसाइट के पीछे काम करती हैं – जैसे डेटाबेस से डेटा लाना, फॉर्म सबमिशन को प्रोसेस करना, लॉगिन-सिस्टम चलाना आदि।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे कि Shared Hosting में किन-किन बैकएंड टेक्नोलॉजीज़ का सपोर्ट होता है, और आपको क्या चुनना चाहिए।
1. PHP (सबसे आम सपोर्टेड भाषा)
PHP शेयर होस्टिंग में सबसे ज़्यादा सपोर्ट की जाने वाली भाषा है।
- क्यों? क्योंकि यह हल्की, ओपन-सोर्स और वाइडली यूज़ की जाती है।
- CMS Compatibility: WordPress, Joomla, Drupal जैसे CMS PHP पर ही चलते हैं।
- Database: MySQL या MariaDB के साथ मिलकर काम करता है।
Version Support: ज़्यादातर होस्टिंग कंपनियाँ PHP 7.4 से लेकर PHP 8.x तक का सपोर्ट देती हैं।
2. MySQL / MariaDB (Databases)
Backend की बात हो और डेटाबेस का ज़िक्र न हो ऐसा नहीं हो सकता।
- MySQL: सबसे आम डेटाबेस सिस्टम जो PHP के साथ इस्तेमाल होता है।
- MariaDB: MySQL का एक फास्ट और सेफ विकल्प, जो अक्सर होस्टिंग कंपनियाँ देती हैं।
phpMyAdmin का सपोर्ट ज़्यादातर shared hosting में होता है जिससे आप अपने डेटाबेस को GUI के जरिए मैनेज कर सकते हैं।
3. Perl और CGI
कुछ शेयर होस्टिंग Perl और CGI Scripts को भी सपोर्ट करती हैं, लेकिन आजकल इनका इस्तेमाल बहुत कम हो गया है।
- अगर आपकी कोई पुरानी स्क्रिप्ट है जो Perl में है, तो कुछ होस्टिंग कंपनियाँ अब भी इसका सपोर्ट देती हैं।
4. Python (Basic Level पर)
Python आजकल बहुत पॉपुलर है, लेकिन शेयर होस्टिंग में इसका सपोर्ट सीमित होता है।
- कुछ होस्टिंग कंपनियाँ Python 2.x या 3.x चलाने की सुविधा देती हैं, लेकिन उसमें Django या Flask जैसे फ्रेमवर्क की सपोर्ट नहीं होती।
- आप सिंपल स्क्रिप्ट्स चला सकते हैं लेकिन फुल ऐप्स के लिए VPS या Cloud Hosting चाहिए।
5. Node.js (बहुत कम Support)
Node.js को शेयर होस्टिंग में बहुत कम सपोर्ट मिलता है।
- क्योंकि Node.js को चलाने के लिए अलग एग्जीक्यूशन एनवायरनमेंट चाहिए जो शेयर होस्टिंग में मुमकिन नहीं होता।
- अगर Node.js ज़रूरी है तो आपको VPS या Dedicated Hosting पर जाना होगा।
6. Email Related Backend (SMTP, PHP Mail, etc.)
शेयर होस्टिंग में ईमेल से जुड़े backend फीचर्स भी होते हैं जैसे:
- PHP Mail Function
- SMTP Server Access
- Webmail (Roundcube, Horde)
7. Cron Jobs (Scheduled Tasks)
- आप PHP स्क्रिप्ट्स या Shell Scripts को एक निश्चित समय पर रन करने के लिए क्रॉन जॉब्स सेट कर सकते हैं।
- यह फीचर ज़्यादातर cPanel आधारित होस्टिंग में उपलब्ध होता है।
8. .htaccess Configuration
शेयर होस्टिंग में आप Apache Server की .htaccess फाइल से रीराइट रूल्स, रीडायरेक्शन, कस्टम एरर पेज और सिक्योरिटी सेटिंग्स कंट्रोल कर सकते हैं।
शेयर होस्टिंग एक किफायती विकल्प है लेकिन उसमें कुछ लिमिटेशंस भी होते हैं। आमतौर पर इसमें निम्नलिखित बैकएंड टेक्नोलॉजीज़ को सपोर्ट किया जाता है:
- PHP
- MySQL/MariaDB
- Limited Python
- Basic Email Backend
- Cron Jobs
- Perl/CGI (कभी-कभी)
अगर आपका प्रोजेक्ट PHP और MySQL बेस्ड है (जैसे WordPress), तो शेयर होस्टिंग एकदम परफेक्ट है। लेकिन अगर आप Node.js, Django या Flask जैसी मॉडर्न टेक्नोलॉजीज़ पर काम करना चाहते हैं, तो आपको VPS या Cloud Hosting पर जाना चाहिए।
आप किस टेक्नोलॉजी के साथ वेबसाइट बना रहे हैं? नीचे कमेंट में जरूर बताएं!